पंजकूला : बदलते वक्त के साथ साइबर ठगों ने भी अपने पैंतरे बदले हैं। ठग नए तरीकों से आमजन को निशाना बना रहे हैं। इनके निशाने पर हर वह आदमी है, जो किसी भी डिजिटल माध्यम से जुड़ा है, फिर चाहे वह इंटरनेट मीडिया हो या फिर इंटरनेट बैंकिंग। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमिश्रर शिबास कविराज के मार्गदर्शन में साइबर एएसपी मनप्रीत सिंह सूदन ने प्रैस कान्फ्रैंस आयोजित करके सभी मीडिया प्रभारियों को जानकारी देते हुए बताया कि साइबर अपराधी अलग -2 तरीके अपनाकर लोगों के साथ साइबर ठगी को अन्जाम देते है।
इसकी तरह आजकल साइबर अपराधियो नें ई-चालान के माध्यम से लोगों को ठगी का अन्जाम दे रहे। ठगों ने ई- चालान के नाम पर ठगी करके आम लोगों को निशाना बना रहे है। ऐसे में साइबर अपराधी आपके फोन पर एक टेक्सट मैसेज भेजेंगें। जिसमें आपका ओवर स्पीड का चालान हुआ है। जिस चालान की राशि को अदा करने के लिए तुरन्त इस लिंक पर क्लीक करें। यदि गलती से आप ने चलान भरने के लिए नकली बेवसाइट पर क्लिक कर दिया तो आप ट्रैफिक ई-चालान को निपटाने की बजाय साइबरअपराधियों को भुगतान कर देते है।
एएसपी सूदन ने बताया कि साइबर फ्रॉड करने वाले व्यक्ति धोखाधड़ी वाले लिंक या संदेश को कुछ इस तरह लिखा होता है, जैसे “आपका चालान नंबर… वाहन संख्या के लिए है। जिसकी चालान राशि 500 रुपये है । उन्होंने बताया कि साइबर ठगों द्वारा उक्त ठगी में फर्जी वेबसाइट-https://echallanparivahan.in/ का इस्तेमाल किया जा रहा है,जबकि ट्रैफिक ई-चालान के लिए अधिकारिक https://echallan.parivahan.gov.in/ है । उन्होंने बताया कि साइबर फ्रॉड करने वाले आपका विश्वास जीतने के लिए, धोखाधड़ी वाले संदेश को इस तरह से तैयार करते है,जैसे ये वास्तविक हो । एएसपी ने कहा कि किसी भी प्रकार की वित्तीय या ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर 1930 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। इसके अलावा अपनी शिकायत साइबर क्राइम थाना या आपके संबंधित थाने में स्थापित साइबर हेल्पडेस्क पर दे सकते है।
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