ऊना/सुशील पंडित: केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी स्वामित्व योजना के तहत जिला ऊना की आबादी देह (लाल लकीर) में आने वाले महालों व उपमहालों में भूमि के स्वामित्व का अधिकार देने का कार्य आज ऊना जिला की उप तहसील मैहतपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत बीनेवाल से आरंभ किया। यह जानकारी देते हुए अतिरिक्त उपायुक्त ऊना डाॅ अमित कुमार शर्मा ने बताया कि आज उपतहसील मैहतपुर के तहत बीनेवाल, मलूकपुर और पूना उपमहालों में ड्रोन के माध्यम से लाल लकीर के तहत आने वाले क्षेत्रों की मैपिंग का कार्य पूर्ण किया गया। उन्होंने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को जुलाई के मध्यांतर तक ऊना जिला की ड्रोन मैपिंग का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
एडीसी ने बताया कि आबादी देह भूमि जो किसी के नाम पर नहीं होती तथा लोगों को उस भूमि के सरकारी दस्तावेज बनवाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसी के समाधान के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना चलाई गई है। इस योजना के तहत प्राथमिकता के तौर पर देश के 9 राज्य शामिल किए गए है जिसमें से हिमाचल प्रदेश भी एक है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पाईलेट प्रोजैक्ट के तहत हमीरपुर के साथ-साथ ऊना को भी शामिल किया गया है। एडीसी ने बताया कि ऊना जिला में 500 से अधिक गांव अबादी देह है जिसका ड्रोन सर्वेक्षण के जरिये मैपिंग का कार्य पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ड्रोन सर्वेक्षण मैपिंग डाटा के आधार पर राजस्व विभाग द्वारा ग्राउंड टुªथिंग की औपचारिकताएं पूर्ण होने पर आबादी देह के मालिकों को उनका हक मिल पाएगा।
इस मौके पर प्रधान बीनेवाल सुखराज कौर, उप प्रधान जीत राम, डीआरओ जोगिंदर पटियाल, नायब तहसीलदार राजीव शर्मा, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से सौरभ नेगी, इंद्रजीत वर्मा, कानूनगो अरूण लट्ठ, तिलक राज, गुरूदेव सिंह, सचिव बीनेवाल विनोद कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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