ऊना/सुशील पंडित: केन्द्रीय विद्यालय संगठन, नई दिल्ली ने केन्द्रीय विद्यालय बंगाणा के स्थाई विद्यालय भवन के निर्माण को मंज़ूरी दे दी है। इस बारे जानकारी देते हुए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, मत्स्य व पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने विद्यालय भवन निर्माण के पहले चरण में 6.53 करोड़ से सीपीडब्ल्यू एजेंसी के माध्यम से स्टाफ क्वार्टरज़, चारदीवारी के कार्य तथा इलैक्ट्रिक सबस्टेशन का कार्य आरंभ करने को मंजूरी प्रदान कर दी है। वीरेन्द्र कंवर ने इसके लिए केन्द्र सरकार और केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर क्षेत्र के विकास के लिए सदैव कृत संकल्पित रहे हैं। हमारे यहाँ के छात्रों को अच्छी शिक्षा व सुविधा मिले इस दृष्टि से उनके प्रयास सराहनीय रहे हैं। उन्हीं के अथक प्रयासों का परिणाम है कि केंद्रीय विद्यालय बंगाणा के स्थाई भवन निर्माण कार्य को गति मिली है। मैं इसके लिए उनका हृदयतल से आभारी हूं।
ग्रामीण विकास मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने बताया कि भवन निर्माण का कार्य आरंभ करने के लिए केवी संगठन द्वारा पहली किश्त के तौर पर 20 लाख रुपये की राशि जारी कर दी गई। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय बंगाणा वर्ष 2010 से पहली से बारहवीं कक्षा तक एक अस्थाई भवन में चल रहा है, जहां लगभग 500 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि शिक्षणसंस्थानों में बुनियादी ढांचों को सुदृढ़ करने के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकार कृतसंकल्प है। कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में एमए हिंदी, एमए इंग्लिश सहित एमकॉम व पीजीडीसीए की कक्षाएं शुरू की गई है, जिसका लाभ युवाओं को मिल रहा हैं। यहां पर युवाओं के लिए इनडोर स्टेडियम का निर्माण भी किया जा रहा है। कॉलेज में एनसीसी के तीनों विंग शुरू किए गए हैं और पूरे प्रदेश में केवल बंगाणा कॉलेज ही एक मात्र ऐसा कॉलेज है, जहां पर एनसीसी के तीनों विंग हैं। इसके अलावा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं पिपलू व बुधान में विज्ञान की कक्षाएं आरंभ की गई हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय विद्यालय बंगाणा के स्थाई भवन के निर्माण से क्षेत्र के बच्चों का चंहूमुखी विकास संभव हो पायेगा।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.