नई दिल्ली। पूर्व ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पर धांधली, फर्जीवाडें और जालसाजी जैसे गंभीर इल्जाम लगे थे, जिसके बाद UPSC ने उनकी उम्मीदवारी रद्द करते हुए भविष्य में किसी भी एग्जाम देने पर भी बैन लगा दिया। पूजा खेडकर का केस सामने आने के बाद कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने छह दूसरे अफसरों के मेडिकल सर्टिफिकेट की जांच शुरू कर दी है। जिससे 6 अफसरों की मुसीबत बढ़ गई है, अगर जांच में इल्जाम सही साबित होते हैं, तो पूजा खेडकर के जैसे इन 6 अफसरों की भी अफसरी जा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक जिन अफसरों के प्रमाण पत्रों की जांच शुरू की गई है, उनका नाम और उनके प्रमाण पत्र पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किए जा रहे थे। सोशल मीडिया पोस्ट वायरल होने के बाद कुछ प्रोबशनर्स और कुछ सेवारत अधिकारियों के विकलांगता प्रमाण पत्र अब जांच के दायरे में आ गए हैं। बता दें कि पूजा खेडकर पर फर्जीवाड़े के आरोप लगने के बाद यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन यानी यूपीएससी ने ट्रेनी आईएएस की नियुक्ति रद्द कर दी है। यूपीएससी ने न सिर्फ उनकी उम्मीदवारी रद्द की, बल्कि आगे भी उसके किसी इम्तेहान या चयन में शामिल होने पर रोक लगा दी है।
गौरतलब है कि 18 जुलाई को यूपीएससी ने पूजा खेडकर को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा था कि उसने फर्जी तरीके से अपनी पहचान बदलकर यूपीएससी की परीक्षा में तय सीमा से अधिक बार कैसे हिस्सा लिया? उसे जवाब देने के लिए 25 जुलाई तक का समय दिया गया था, हालांकि पूजा ने 4 अगस्त तक का समय मांगा था, जिस पर यूपीएससी ने उसे 30 जुलाई तक का समय दिया था, ताकि वह अपना पक्ष रख सके, लेकिन इसके बावजूद पूजा ने अपना पक्ष नहीं रखा और यूपीएससी ने उसकी नियुक्ति रद्द कर दी।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.