सिरसाः हरियाणा में सिरसा के जगमाल वाली डेरा के मुखिया महाराज बहादुर चंद ‘वकील साहब’ को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार महाराज बहादुर का आज तड़के निधन हो गया। बताया जा रहा है कि वह कुछ माह से बीमार चल रहे थे और उनका दिल्ली के मैक्स अस्पताल में इलाज चल रहा था। महाराज बहादुर चंद का पार्थिव शरीर जगमालवाली डेरा पहुंच गया है। शुक्रवार सुबह उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जगमाल वाली डेरा के मुखिया के स्वर्गवास की सूचना श्रद्धालुओं को वीरवार सुबह मिली। दिल्ली के मैक्स अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। डेरे में डेरा प्रेमियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। लोग देश-विदेशों से उनके दर्शन करने के लिए डेरे में पहुंचने लगे हैं। संत बहादुर चंद डबवाली के गांव चौटाला के रहने वाले थे। उनका जन्म मनी राम बिश्नोई (सिहाग) और मनोहरी देवी के घर 10 दिसंबर 1944 को हुआ था।
आठ वर्ष की आयु में उनका दाखिला गांव के ही स्कूल में कराया गया। जहां इनके अध्यापक ने इन्हें देखकर कहा कि यह बालक महान आत्मा है। स्कूल में अधिकतर समय ये अन्य विद्यार्थियों से अलग रहते तथा सदैव ध्यान में ही रमे रहते। एक बार ये बीमार पड़े तो किसी ने इन्हें राम-राम जपने को कहा, इन्होंने वैसा ही किया तथा स्वस्थ हो गए। महाराज डेरा जगमालवाली के डेरा प्रमुख डेरा मुखी गुरुबख्श सिंह मैनेजर साहब के बाद गद्दीनशीन हुए थे।
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