अंबालाः नारायणगढ़ के गांव रतोर में रिटायर्ड फौजी ने मात्र 2 एकड़ जमीन के लिए भाई के पूरे परिवार का कत्ल कर दिया। हालांकि इस घटना में 5 लोगों की पहले ही मौत हो गई थी। पिता ने बताया इस घटना के दौरान बच्ची को गन्ने के खेत में छिपा दिया था, लेकिन वहां पर भी आग लगाने से बच्ची झुलस गई और घटना में अब बच्ची की भी जिंदा जलने से मौत हो गई। इसी के साथ पूर्व सैनिक भूषण के भाई हरीश का पूरा परिवार खत्म हो गया है। इस वारदात को अंजाम भूषण ने ही दिया। पिता ने बताया कि रात को भूषण अपने भाई के घर में गया था। वहां उसने अपने छोटे भाई हरीश (42), उनकी पत्नी सोनिया (40), बेटी यशिका (6) और बेटे मयंक (4 माह) को कुल्हाड़ी और गंडासी से काट डाला। इनके साथ भूषण की मां सुरती देवी (62) भी रह रही थीं। भूषण ने उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया।
बीच-बचाव में आए पिता ओमप्रकाश को भी भूषण ने लहूलुहान कर दिया, जिससे वह गिर पड़े। इससे उन्हें मरा हुआ समझकर भूषण आगे बढ़ गया। भूषण ने भाई की तीसरी बेटी परी (7) को भी मारा, लेकिन उस समय उसमें जान बाकी थी। इसके बाद भूषण ने सभी को इकट्ठा कर ज्वलनशील पदार्थ छिड़का और आग लगा दी। सभी को आग लगाने के बाद भूषण वहां से फरार हो गया। उसने अपनी पत्नी, दो बेटों, दो सालों और एक साली के साथ मिलकर इस वारदात की साजिश रची और अंजाम दिया। पिता लहूलुहान थे, इसलिए वह दौड़कर गन्ने के खेत में छिप गए। इससे उनकी जान बच गई। वहीं, 7 वर्षीय परी में भी सांसें बाकी थीं, जिसे भूषण ने अन्य शवों के साथ जिंदा जला दिया।
वहीं एसपी सुरेंद्र कुमार के अनुसार, आरोपी ने सबसे पहले मां सुरती देवी की गर्दन पर वार कर हत्या की। फिर पिता ओमप्रकाश की गर्दन पर वार किए। लहूलुहान ओमप्रकाश भागकर गन्ने के खेत में छिप गए। इसके बाद भूषण ने अन्य सभी को मार डाला। मारने के बाद जब उसने आग लगाई तो लकड़ियां गीली होने के कारण शव ठीक से जले नहीं। परी जिंदा थी, इसलिए वह दौड़कर पास में ही मौजूद पानी की हौदी में कूद गई। जब मामले की सूचना पुलिस को मिली तो पहुंचकर ओमप्रकाश व परी को चंडीगढ़ PGI में भर्ती कराया। सोमवार को उपचार के दौरान परी की मौत हो गई।
पोस्टमॉर्टम के बाद शाम 7:45 बजे भूषण के घर के बाहर एक ही चिता पर सभी 6 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। हरीश के साले ने सभी को मुखाग्नि दी। मुख्य आरोपी भूषण को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है। आरोपी के पिता ओमप्रकाश ने बताया कि उनके पास करीब 2 एकड़ जमीन है। इसे दोनों बेटों में बांटा था। बड़ा बेटा भूषण सारी जमीन अपने नाम कराने का दबाव बना रहा था। लालची बेटे ने पूरा परिवार खत्म कर दिया। उसने ताे अपनी मां काे भी नहीं बख्शा।
ओमप्रकाश पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि इस घटना को लेकर वह एक किसान के घर पहुंचा और पुलिस को सूचना दी। जब तक पुलिस पहुंची, आरोपियों ने छोटे बेटे हरीश का पूरा परिवार खत्म कर दिया। उनके अधजले शव मिले। पोती परी ने यहां आकर दम तोड़ा। अब मैं अकेला क्या करूंगा।’ ग्रामीण बताते हैं कि भूषण झगड़ालू किस्म का है। एक बेटा 9वीं, दूसरा छठी में पढ़ता है। वहीं, सामूहिक हत्याकांड की सूचना मिलते ही सोनिया के मायके पक्ष के लोग थाने पहुंचे। उन्होंने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। डीएसपी मुकेश कुमार व थाना प्रभारी वीरेंद्र वालिया ने परिजनों को समझाकर शांत किया।
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