उन्नावः उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूल की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां स्कूल में छुट्टी के बाद विद्यालय के सभी टीचर ताला लगाकर अपने अपने घर चले गए लेकिन पहली कक्षा में पढ़ने वाला छात्र विद्यालय के अंदर ही रह गया। बच्चे को रोता देख ग्रामीणों को जानकारी हुई तो ग्रामीणों ने टीचर को फोन किया तब एक टीचर विद्यालय पहुंचा और ताला खोलकर छात्र को बाहर निकाला, इस दौरान पूरे एक से डेढ़ घंटे छात्र कमरे में बंद रहा।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए संगीता सिंह ने संज्ञान लिया और विद्यालय के प्राचार्य पर कार्रवाई की है। जानकारी के मुताबिक, भुलभुलैया खेड़ा गांव में एक के सरकारी स्कूल संचालित है। यहां पर बच्चों को पढ़ाने के लिए 7 शिक्षकों की नियुक्ति भी की गई है। इसके साथ ही स्कूल में शिक्षामित्र और रसोईया भी है तैनात हैं। इस स्कूल में राधेश्याम का बेटा आदर्श कक्षा 1 का छात्र है और उसकी बड़ी बहन भी यहां पढ़ती है। रोज की तरह यह विद्यालय सोमवार को भी अपने समय पर खुला और बंद हो गया।
सभी टीचर अपने-अपने घर चले गए लेकिन इस बीच एक छात्र विद्यालय में ही छूट गया है। क्लास रूम के दरवाजे का ताला बंद होने के चलते छात्र परेशान हो गया और स्कूल की खिड़की पर खड़े होकर रोने लगा। बच्चे की रोने की आवाज पास में खेल रहे बच्चों ने भी सुनी। तब जाकर ग्रामीणों को जानकारी हुई और उन्होंने बच्चे को शांत कराया और स्कूल के टीचर को फोन किया।
ग्रामीणों की सूचना पर टीचर स्कूल पहुंचे और कमरे का ताला खोलकर बच्चे को बाहर निकाला। वहीं इस मामले को लेकर बीएसए उन्नाव संगीता सिंह ने बताया कि मामला हमारे संज्ञान में आया है और इस मामले में रिपोर्ट मंगवाई है और स्कूल के प्रधानाचार्य को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। बीएसए ने बताया कि इस विद्यालय में 7 टीचर तैनात हैं। इसके अलावा एक शिक्षामित्र और रसोईयां की भी तैनाती है। भारी भरकम स्टाफ है।
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