नई दिल्ली। आईटी मंत्रालय की भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी} ने एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर्स के लिए एक नई चेतावनी जारी की है। ये हाई अलर्ट एंड्रॉयड 10, एंड्रॉयड 11, एंड्रॉयड 12 और एंड्रॉयड 12L के यूजर्स के लिए है। एडवाइजरी के अनुसार, कई ऑपरेटिंग सिस्टम में कमजोरियों के बारे में बताया गया है जिसका इस्तेमाल किसी के द्वारा संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है।
एडवाइजरी में आगे बताया गया है कि एंड्रॉयड ओएस में फ्रेमवर्क, सिस्टम कंपोनेंट, मीडिया प्रोवाइडर कंपोनेंट, कर्नेल कंपोनेंट्स, मीडियाटेक कंपोनेंट्स, क्वालकॉम कंपोनेंट्स, क्वालकॉम क्लोज्ड सोर्स कंपोनेंट्स और सिस्टम में खामियों के कारण ये कमजोरियां मौजूद हैं। एडवाइजरी के अनुसार, इन कमजोरियों का सफल शोषण हमलावर को संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने की अनुमति दे सकता है।
Google ने पहले ही Android OS में इन कमजोरियों को स्वीकार कर लिया है और इस महीने की शुरुआत में एक सुरक्षा पैच जारी किया है। हाल के Android सुरक्षा बुलेटिन के अनुसार 1 मई 2022 या बाद के सुरक्षा पैच लवेल इन सभी मुद्दों को संबोधित करते हैं। कंपनी के अनुसार, इन मुद्दों में सबसे गंभीर फ्रेमवर्क कॉम्पोनेन्ट में एक उच्च सुरक्षा बग है।
एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म के नए संस्करणों में एन्हांसमेंट द्वारा एंड्रॉयड पर कई मुद्दों के लिए शोषण को और अधिक कठिन बना दिया गया है। यही कारण है कि Google सभी यूजर्स को जहां संभव हो, Android के लेटेस्ट संस्करण में अपडेट करने की कहता रहता है।
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