अब किश्ती के सहारे जीने को लोग हुए मजबूर
गुरदासपुर। सरहदी कस्बा दीनानगर क्षेत्र के मकोड़ा पत्तन रावी दरिया पर बना अस्थाई पुल बारिश का मौसम शुरू होते ही हटा दिया गया है। जिससे रावी दरिया के पार बस्ते 7 गांव के लोगों का संपर्क टूट गया है। गांव के लोगों का आना-जाना बंद हो गया है और लोगों को सामान लाने और लेजाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का एक जगह से दूसरी जगह जाने का एक मात्र सहारा किश्ती है। अब लोग किश्ती के जरिए सफर कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि आजादी के 76 साल बीत जाने के बाद भी रवि दरिया के पार बस्ते सात गांव के लोगों को पक्का पुल नसीब नहीं हुआ है। रवि दरिया के पार बस्ते सात गावों के नौजवानों के साथ कोई लड़की शादी करने के लिए भी तैयार नहीं है। लोगों ने बताया कि लंबे समय से पक्के पुल की मांग की जा रही है जो कि अभी तक किसी भी सरकार ने पूरी नहीं की है ।
भारी मुश्किलों का करना पड़ रहा सामना
रावि दरिया के उस पार बसे करीब 7 गांव तूर, चेबे, भरियाल, लसियान, कुकर, मम्मी चक्करंगा और कजले है जिनका एक मात्र सहारा सरकारी किश्ती है। लेकिन अगर रावि दरिया में पानी का बहाव ज्यादा हो तो यह किश्ती भी बंद हो जाती है और लोग एक टापू पर चार महीनों तक बंधक बन कर रह जाते हैं और इन लोगों का संपर्क देश से टूट जाता है और यह लोग पाकिस्तान की सरहद के बिल्कुल पास है लोगों ने बताया कि दरिया पर बने अस्थाई पुल के उठने से उन्हें काफी समस्याएं आ रही है।
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