जबलपुर : हमलावरों ने चलती कार पर पत्थर मारकर 66 साल की नर्स की हत्या कर दी। सिर में पत्थर लगने से वे नैनो कार की पिछली सीट पर ही बेहोश होकर गिर पड़ीं। कार ड्राइव कर रहे भतीजे के मुताबिक हमले के बाद बुआ की चीख तक नहीं निकली। उन्हें अस्पताल ले गए, थोड़ी देर बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
घटना गत रात 3 बजे की है। हमला जीसीएफ फैक्ट्री से आगे सेंट्रल स्कूल के पास हुआ। यहां दो बदमाश कार के सामने आ गए। उन्होंने देखा कि कार रुक नहीं रही, तो बड़ा सा पत्थर उठाकर मार दिया। वे भतीजे और छोटी बहन के साथ डिंडौरी से लौट रही थीं।
शहर के ग्वारीघाट के दुर्गा नगर की रहने वालीं विराज दुबे 2020 में शासकीय अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद से रिटायर थीं। पति पंकज दुबे का 2014 में निधन हो गया था। बच्चे नहीं थे, इसीलिए भतीजे दीपांशु शुक्ला को साथ में रखा था। उसे पढ़ा-लिखा भी रही थीं। दीपांशु शुक्ला ने बताया ‘हमारे परिवार की डिंडौरी में जमीन है। हर शनिवार को हम डिंडौरी जाते थे, लौटकर रविवार या सोमवार को ही आते थे।
लेकिन रविवार को मेरा एलएलबी का एग्जाम था। ऐसे में हम शनिवार रात 11 बजे ही डिंडौरी से जबलपुर के लिए रवाना हो गए। कार नॉन एसी है, इसीलिए कांच खोलकर रखे थे। फ्रंट सीट पर साथ में बुआ रश्मि और पिछली सीट पर बड़ी बुआ विराज बैठी थीं। विराज दुबे के भाई नीरज शुक्ला एसआई पद से रिटायर हैं। उनका कहना है कि घटना लूट के इरादे से की गई। जिस तरह से लुटेरों ने कार को टारगेट किया और फिर उस पर पत्थर मारा, ये कोई साधारण घटना नहीं है।
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