अबोहरः गांव उस्मानखेड़ा की टेलों पर शुक्रवार देर रात करीब 100 फुट का कटाव आने से सैकड़ों एकड़ भूमि जलमग्न हो गई, जिससे किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। किसानों ने नहरी विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही बरतने और नहर निर्माण में घटिया मैटीरियल इस्तेमाल करने के आरोप लगाए हैं। किसानों गुणवंत सिंह, गुरसेवक सिंह, दलजीत सिंह व प्रगट सिंह ने बताया कि इस नहर को बने ज्यादा समय भी नहीं हुआ लेकिन फिर भी थोडी सी बरसात में ही यह नहर टूट जाती है जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि नहर निर्माण के समय इनके पैनलों के नीचे प्लास्टिक का पन्ना नहीं बिछाया गया जिस कारण पैनलों में पानी घुस जाता है। वहीं कुछ किसानों ने बताया कि नहरों के निकट लगे सूखे पेड़ भी नहर टूटने का कारण बन रहे हैं वे कई बार अधिकारियों को इन सूखे पेडों को कटवाने की मांग कर चुके हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। जब भी तेज आंधी व बारिश आती तो यह सूखे पेड़ गिरकर नहर में बह जाते हैं ओर रुकावट पैदा करते हैं जिससे नहर टूट जाती है।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.