लुधियानाः पंजाब में बारिश के कारण मंडियों में धान के भीग जाने से किसान परेशान है। वहीं दूसरी और पंजाब भर में शेलर मालिकों की हड़ताल है, जिससे अनाज मंडियों में लिफ्टिंग पूरी तरह से ठप हो गई है। दो दिनों से बारिश ने मंडियों में धान गीली हो रही है। कोई अधिकारी किसानों की सार लेने नहीं आया। किसान बोले कि हम बर्बाद हो गए। एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना का आलम यह था कि खानापूर्ति करते हुए कुछ तिरपालों से धान से भरी बोरियां ढ़की हुई थीं। तिरपालें छोटी थीं और फसल के ढेर बड़े। इसी वजह से बोरियां भीग रही थीं। इन्हें सही तरीके से ढका नहीं हुआ था।
बुजुर्ग किसान दविंदर सिंह ने बताया कि वे तीन दिनों से मंडी में बैठे हैं। दिन रात फसल की देखरेख करते हैं। फसल रखने को जगह नहीं है। शेड के नीचे ट्राली में ही फसल रखी है। बाकी किसान भी ऐसे ही अपनी फसल ट्रालियों में लेकर बिकने का इंतजार कर रहे हैं। अब बारिश ने बहुत मुश्किल बढ़ा दी है। सरकार को शेलर मालिकों से बातचीत करके हल करना चाहिए। इसी तरह किसान रुपिंदर सिंह को भी ऐसी ही समस्याओं का सामान करना पड़ रहा है। मार्केट कमेटी सेक्रेटरी मनजिंदर सिंह मान ने कहा कि बारिश कारण परेशानी आई है। किसान अब दो तीन दिन फसल की कटाई न करें। सूखी फसल ही लेकर आएं ताकि उन्हें परेशान न होना पड़े। खन्ना मंडी में शेलर मालिकों की हड़ताल के बाद हालात यह हैं कि करीब 5 लाख बोरियां फसल जमा है। इनकी लिफ्टिंग बाकी है। हड़ताल के बाद ही लिफ्टिंग संभव है। अगर एक दो दिनों में हड़ताल समाप्त नहीं होती तो मंडी में पांव रखने को जगह नहीं मिलेगी।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.