जालंधर, ENS: पंजाब सरकार की ओर से सूबे में बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं व पुलिस प्रशासन व अधिकारियों की बदलियां भी की जा रही हैं पर इसके बावजूद भी असामाजिक तत्वों पर पुलिस प्रशासन नुकेल डालने में पूरी तरह असफ़ल साबित हो रही है। ताजा मामला मार्केट कमेटी दफ्तर गोराया का सामने आया है, जहां सरकारी कर्मचारी की दफ्तर के अंदर खड़ी कार को शरारती तत्व पेट्रोल डालकर आग लगा गए, जिससे कार बुरी तरह जलकर क्षतिग्रस्त हो गई।
इस बारे जानकारी देते गुरप्रीत सिंह ने बताया वह मार्केट कमेटी गोराया में ड्यूटी करता है। दोपहर 3:00 बजे के करीब वह दफ्तर में खाना खा रहा था तो अचानक उसे शीशे टूटने की आवाज सुनाई दी। जब वह दफ्तर से बाहर आने लगा तो देखा किसी ने दफ्तर को बाहर से कुंडी लगाकर बंद किया हुआ है। जब उसने खिड़की में से देखा तो उसकी कार को आग लगी हुई थी। उसने अंदर से दरवाजा तोड़ा व बाहर निकला जिसने लोगों की मदद से कार में लगी आग पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक अंदर से कार पूरी तरह जलकर राख हो गई थी व कार में पड़े दस्तावेज भी जल गए।
गुरप्रीत ने बताया इस घटना के बारे गोराया पुलिस को सूचित कर दिया था जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जिनकी ओर से जांच शुरू कर दी गई है। यहां वर्णन योग है कि मार्केट कमेटी दफ्तर के बिल्कुल साथ सेवा केंद्र भी बना हुआ है जहां भीड़ लगी रहती है पर इसके बावजूद भी आसामाजिक तत्वों में पुलिस प्रशासन का बिल्कुल भी डर या खौफ नहीं है जिनकी ओर से दिनदहाड़े लोगों की उपस्थिति में ही कार को आग लगा दी व फरार हो गए। इस बाबत एसएचओ राकेश कुमार से संपर्क करने पर उन्होंने कहा पुलिस मामले की जांच कर रही है व आरोपियों की तलाश की जा रही है जिन्हें जल्द काबू कर लिया जाएगा ।
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